” न मैं चाहूं खेल खिलौने
न ही कपड़े नए-नए
मां तुम अब न जाना ऑफिस
तेरा लाडला यही कहे
हर पल मुझसे करना बातें
पल-पल सामने तुम रहना
हर दम मुझको निहारा करना
और मैं भी चलूंगा इठलाके
जब मैं आऊंगा स्कूल से
तुम्हीं मुझे लेने आना
और मैं जब उतरुंगा बस से
गोद में मुझको लेकर जाना
गरमा गरम कचौड़ी पूरी
मां तुम देना मुझे बना के
फिर हाथों से मुझे खिलाना
मैं भी झटपट खा लूंगा
तुम्हें न बिल्कुल तंग करुंगा
बस तुम ऑफिस न जाना “