जिस तरह आम गाड़ी चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट, बीमा, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट जैसे जरूरी कागजात होने चाहिए, वैसे ही एक कैब चलाने वाले ड्राइवर को इन कागजों के साथ साथ कंडोम भी रखना जरूरी होता है। एक नहीं, बल्कि तीन तीन कंडोम रखने अनिवार्य हैं। हालांकि, अधिकतर ड्राइवर कंडोम रखते हैं, लेकिन अधिकतर ड्राइवर ही यह नहीं जानते कि उन्हें कंडोम रखना क्यूं जरूरी होता है।
आज एक खबर आई है कि बिना कंडोम के गाड़ी चला रहे ड्राइवर का चालान किया गया है, जिसके बाद यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वायरल होने पर इस जानकारी का गलत मतलब निकाला गया। ऐसे में, हमारा फ़र्ज़ बनता है कि आपको सही जानकारी दी जाए। चलिए, आपको बताते हैं कि एक कैब ड्राइवर को कंडोम रखना क्यूं जरूरी होता है। सच यह भी है कि खुद ड्राइवर भी इस बात से अनभिज्ञ थे कि कंडोम को रखने की वजह क्या है। बस चालान से बचने के लिए ड्राइवर कंडोम रखते हैं।
दरअसल, कैब ड्राइवर को गाड़ी के फिटनेस के दौरान भी कंडोम रखना जरूरी होता है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट भी फिटनेस के दौरान कंडोम होना या ना होने की जानकारी लेते हैं, जिसके बाद गाड़ी पास होती है। वरना, गाड़ी पास नहीं की जाती है।
जानकारों का कहना है कि कंडोम फर्स्ट ऐड बॉक्स भी रखना होता है, जिसमें प्रथम उपचार से जुड़े सामान (पट्टी, दवाई, क्रीम, बंडेज) होना चाहिए, साथ ही कंडोम भी रखना जरूरी है। कंडोम से एक्सिडेंट के दौरान कई जगह मदद मिलती है। अगर गाड़ी में कहीं लीकेज हो जाएं तो कंडोम से उसे बांधकर रखने से लीकेज रोकी जा सकती है। इसके अलावा, हादसे के शिकार होने पर पीड़ित व्यक्ति के खून निकालने पर उसको रोका जा सकता है। इतना ही नहीं, कंडोम की मदद से टूटी हड्डी को बांधकर रखा जा सकता है, ताकि हॉस्पिटल जाने तक पीड़ित को दर्द से बचाया जा सके। मोटर व्हीकल एक्ट की जानकारी रखने वाले यहां तक बताते हैं की कंडोम पब्लिक ट्रांसपोर्ट चलाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की रखना जरूरी होता है।