आमतौर पर बच्चों को टीवी(TV), मोबाइल फोन देना इन दिनों ट्रैंड (Trend) बन चुका है। परिवार के सदस्य मानते हैं कि बच्चों को इंटरनेट की दुनिया में रखा जाए, तो उन्हें वो सभी चीजें सीखने को मिलती हैं, जिसे बच्चे अपने आसपास सीख नहीं सकते। लेकिन हाल ही में एक रिसर्च आई है, जिसमें पाया गया है कि अगर माता-पिता अपने बच्चों को दो घंटे से ज्यादा टेलीविजन(TV) और मोबाइल फोन का प्रयोग करने देते हैं, तो बच्चों का दिमागी विकास ठहर जाता है।
आइए जानते हैं, और क्या- क्या कहती है रिसर्च।
रिसर्च पर वैज्ञानिकों ने यह भी कहा है कि ज्यादा कम्यूटर गेम्स, सोशल मीडिया और टीवी पर प्रोग्राम देखने से भी बच्चों के दिमाग के विकास में कमी आती है। रिसर्च का मानना है कि ज्यादा वक्त बिताने से बच्चों के दिमाग का विकास पांच पर्सेंट कम होता है। इस स्टडी को पूरा करने वाले डॉक्टर जेरेमी वेश के मुताबिक, बच्चों की एक्टिविटी में बैलेंस बनाना बेहद जरूरी है। उनके व्यवहार और दिन-प्रतिदिन की एक्टिविटी से बच्चों के दिमाग के विकास, शारीरिक व्यवस्था, नींद आदि में सभी चीजों पर असर पड़ता है। इसीलिए दिन में मात्र दो घंटे से ज्यादा समय टीवी पर न बिताने दें।
यह रिसर्च 4500 बच्चों पर की गई है, जिसमें बच्चों के टीवी- सोशल मीडिया, शारीरिक एक्टिविटी, नींद का समय आदि पर ध्यान दिया गया था। इन बच्चों के माता-पिता से बच्चों की सभी पाइंट्स पर समय सीमा की जानकारी ली गई। रिसर्च में पाया गया कि 20 में से मात्र 1 बच्चा ही नो से 11 घंटे की नींद लेता है और एक घंटे की शारीरिक गतिविधियों में होने के अलावा टीवी(TV) और सोशल मीडिया, मोबाइल फोन पर लिमिटेड वक्त बिताता है।
इसके अलावा इन बच्चों से उनके सोचने की शक्ति, काम करने की क्षमता, भाषा पर पकड़ आदि का भी एक टेस्ट लिया गया। इस टेस्ट में पाया गया कि सिर्फ 29 पर्सेंट बच्चे गाइडलाइंस के मुताबिक नहीं चलते। रिसर्च की मानें तो, 63 पर्सेंट बच्चे ऐसे पाए गए थे, जो दो घंटे से ज्यादा वक्त टीवी(TV) या मोबाइल पर समय बिताते थे। वैज्ञानिकों का कहना है कि दो घंटे से ज्यादा वक्त बिताने पर बच्चों के विकास में समस्या आने के साथ-साथ खतरनाक मानसिक बिमारी तक हो सकती है। इसलिए 11 साल तक के बच्चों को दो घंटे से ज्यादा समय तक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे टीवी(TV)-मोबाइल फोन से दूर रखना चाहिए।
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