कोलकाता का मशहूर रोशोगुल्ला (रसगुल्ला)
कोलकाता का मशहूर रोशोगुल्ला (रसगुल्ला) खा रहे हैं? खाने की सोच रहे हैं? या फिर खरीदने की सोच रहे हैं तो सावधान। अब रस भरा लजीज रोशोगुल्ला भी खाने में सुरक्षित नहीं रहा है?
जानकारी के अनुसार, रसगुल्ला खा चुके हैं और अगला खाने के उठा रहे हैं तो दो-एक बार जरा सोच संभल जाएं। कई जगह कोलकाता की मुख्य मिठाई रोशोगुल्ला अब खतरनाक एसिड से भरा है। भरा होने का मतलब हम यह नहीं कह रहे कि उसमें रस की जगह तेज़ाब भरा है।
दरअसल, अब जो बात हम आपको बताने जा रहे हैं उसे पढ़ कर कईयों को तो उलटी तक आ सकती है। समय समय पर पश्चिमी बंगाल में किए गए सर्वे से पता चला है कि रोशोगुल्लों में शौचालय को साफ करने वाला तेज़ाब मिलाया जा रहा था।
कुछ साल पहले स्टेट मिल्क फेडरेशन द्वारा मिठाई के कई छोटे दुकानदारों की मिठाई पर की गई जांच से यह बात उजागर हुई थी कि ये लोग ‘कैसिन’ से बनाई मिठाई को बेचते रहे हैं। लेकिन अधिक डिमांड के दौरान और त्योहारों के समय जो मिठाई बाजार में मिलती रही है वे‘म्यूरिटेट एसिड’ से बनाई जाती रही है।
अब जरा ‘कैसिन’ के बारे में जान लें। ‘कैसिन’ सिट्रिक एसिड से बनाया जाता है। लेकिन दूध विक्रेता और मिठाई बनाने वालों को ‘म्यूरिटेड एसिड’ काफी सस्ता पड़ता है। इसलिए वे लोग इसे खुल कर इस्तेमाल करते हैं। वैसे ‘म्यूरिटेड एसिड’ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
सिर्फ कोलकाता का रोशोगुल्ला ही नहीं बल्कि ‘संदेश’, ‘मिष्ठी दोही’ आदी सभी मिठाईयों में खुलकर ‘म्यूरिटेड एसिड’ का इस्तेमाल किया जाताहै। असल में पश्चिम बंगाल में मिठाई बनाने के लिए कैसिन गांव के लोग इकट्ठा करके मिठाई विक्रेता को बेच जाया करते थे। लेकिन जब से मिठाई विक्रेताओं को सस्ता ‘म्यूरिटेड एसिड’ मिलने लगा है सभी इसका इस्तेमाल करने लगे हैं।
उधर, मिठाई विक्रेताओं का कहना है कि हमें जो सप्लायर मिठाई के लिए सप्लाई कर जाता है। वहीं हम इस्तेमाल करते हैं हमें क्या पता कि वह इतना हानिकारक है।
पश्चिम बंगाल में दस से 15 लाख के करीब लोग मिठाई का कारोबार करते हैं। इन लोगों के साथ करीब 20 करोड़ से अधिक लोग मिठाई उद्योग में लगे हुए हैं। राज्य में लाखों छोटी-बड़ी मिठाई की दुकानें हैं।
बंगाली मिठाईयों की देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खास तौर पर युरोप और अमेरिका में काफी डिमांड है। पश्चिमी बंगाल की मिठाईयों की तकरीबन 40 किस्में विदेश में डिमांड में हर वक्त रहती हैं। इनमें रोशोगुल्ला सबसे ज्यादा मांग में रहता है।
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