देश भर में कई ऐसे शहर हैं, जहां प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए सरकारों को कई ऐसे प्रयास करने चाहिए, जैसा हाल ही में फ्रांस की राजधानी पैरिस(Paris) में किया गया है। दिल्ली में सरकार ने ऑड ईवन चलाया था, लेकिन सही तरीके से लागू न कर पाने के कारण आम लोगों को दिक्कतें हुईं और अब सरकार दवाब में ऑड ईवन लागू करने से बच भी रही है। आइए जानते हैं आखिर क्या है पैरिस का यह प्रयास और क्या हैं इसके फायदे
16 सिंतबर से यूरोपियन देश फ्रांस की राजधानी पैरिस(Paris) में एक अनोखा कदम उठाया गया है, जो आम जनता को न तो परेशान कर रहा है, बल्कि इस प्रयास में पैरिस(Paris) में रहने वाले स्थानीय लोग बड़ी खुशी के साथ हिस्सा ले रहे हैं। पैरिस(Paris) ने हर महीने के पहले संडे को पैरिस में कार फ्री जोन बनाने का फैसला किया है। इसकी शुरूआत इसी महीने से हुई है। इसका सबसे बड़ा लाभ प्रदूषण पर कंट्रोल करना है। इसके साथ ही पैदल लोगों के लिए जगह भी मुहैया कराना है।
पैरिस(Paris) ने यह सुविधा सुबह 10 बजे से 6 बजे तक शुरू किया है, जिसमें साईकिल, स्कूटर और बाइक को चलने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा डिलिवरी वैन, टैक्सी, कैरियर और लोकल रिहायशी लोगों को कार चलाने की अनुमति दी गई है। हालाकिं, इन सभी की स्पीड 20 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है।
फ्रांस की यह राजधानी वेस्टर्न यूरोप में सबसे ज्यादा प्रदूषित मानी जाती है। अगर पूरे यूरोप की बात की जाए, तो पैरिस का रेंक 13वां है, जबकि प्रदूषण के लिहाज से लंदन का रैंक 25वां है। जर्मनी के एक इंस्टीट्यूट ने एक स्टडी की थी, जिसमें पाया गया था कि पैरिस(Paris) सबसे प्रदूषित शहर बनता जा रहा है। हालांकि, आज भी मॉस्को यूरोप का सबसे प्रदूषित शहर है।
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