दुनिया के महानतम ग्रथों में शामिल हिंदू धर्म की ‘भगवत गीता’ में कई ऐसी बाते कहीं गई हैं, जिसको अगर आप अपनी जिंदगी में अपना लें तो आपकी समस्या जिंदगी में न के बराबर रह जाएगी। भगवत गीता- अर्जुन और भगवान श्रीकृष्ण के बीच वो वार्तालाप यानी बातचीत पर आधारित है, जो महाभारत के समय हुई थी। इस बातचीत में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को धर्म- अधर्म के बीच का अंतर बताते हैं। आज धर्म सिर्फ पूजा करने तक रह गया है, लेकिन धर्म की असली परिभाषा है जीवन शैली और उसमें अपनाए जाने वाले संस्कार।
आपको बताते हैं कृष्ण के वो उपदेश जिन्हें अपनाने से समस्याओं से निजात मिलेगी
1. अपने दिमाग पर रखें काबू
श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है, हर किसी इंसान में खुद उसी का दुश्मन छुपा बेठा है। वह दुश्मन कहीं ओर नहीं बल्कि दिमाग है। इंसान का दिमाग एक दुश्मन के तौर पर काम करता है, बशर्ते हम उसे अपने वश में कर पाएं।
2. अपना काम ईमानदारी से करें
दूसरों को सलाह देने वालों के लिए कृष्ण का कहना है कि इंसान का कर्तव्य पहले खुद को सुधारना है। आजकल इंसान अपने कर्म ईमानदारी से नहीं करता है, लेकिन दूसरों को उपदेश देना बेहतर मानते हैं।
3. फायदा सोचकर न करें फैसला
यह आज के युवाओं में भी देखने को मिलता है। कृष्ण का कहना है कि अगर आप पहले यह सोचेंगे कि हम वो करें, जिसका फायदा सबसे अधिक होगा तो आप कभी कुछ नहीं कर सकते। यानी इंसान को पहले कर्म करना चाहिए, बल्कि यह नहीं कि इसका फायदा क्या होगा।
4. जहां लगे मन, वहीं बनाए अपना प्रोफेशन
माता-पिता के लिए यह ज्ञान बेहद जरूरी है। श्रीकृष्ण ने कहा है, इंसान का कोई भी काम तब तक सफल नहीं होगा, जब तक उसे वह काम करने में आनंद नहीं आएगा। यानी माता-पिता को अपने बच्चों को वही प्रोफेशन चुनने का अधिकार देना चाहिए, जिसे वह अपनी जिंदगी में जोड़ना चाहते हैं।
5. भविष्य के लिए किसी से वादा न करें:
श्रीकृष्ण ने शायद राजनेताओं की इच्छाओं को भी भांप लिया था। यही वजह है कि श्रीकृष्ण ने उपदेश में यह भी कहा है कि हमें कभी भी वर्तमान में भविष्य के लिए वादे नहीं करने चाहिए। जबकि आजकल हमारे देश के नेता वादों के लिए आखिर करते ही क्या हैं।
6. शक से जिंदगी में नहीं मिलती सफलता
कहते हैं ना शक हर चीज बर्बाद कर देती है। भगवान श्रीकृष्ण ने यह बात भगवत गीता में कही है। श्रीकृष्ण ने कहा है कि दुनिया में कोई भी व्यक्ति तब तक अपनी जिंदगी से संतुष्ट नहीं हो पाएगा, जब तक वह हर स्थिति-परिस्थिति में शक करना नहीं भूलेगा।
7. इच्छा शक्ति से हासिल कर सकते हैं दुनिया की हर एक चीज
कहते हैं कि सपने जरूर देखने चाहिए। इसलिए नहीं कि आप सिर्फ सपने देखें और काम कुछ न करें। बल्कि इसलिए कि आप उन सपनों को पूरा करने के लिए लक्ष्य निर्धारित करें। सपनें मन की इच्छाएं बताते हैं। श्रीकृष्ण का कहना है, इंसान अपनी इच्छा शक्ति से दुनिया की हर चीज हासिल कर सकता है। इच्छा शक्ति में इतनी ताकत होनी चाहिए। कोई कसर छूटी हुई नहीं दिखाई दें।
8. ज्ञान और दान दोनों अधिक से अधिक देना चाहिए
गाना तो सुना ही होगा आपने – खाली हाथ आए थे, खाली हाथ जाएंगे। सही कहा गया है इस गाने में। श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है, इंसान आज जो भी हासिल करता है, वह आज भले ही उसका हो, कल वो उसका रहेगा ऐसा जरूरी नहीं है। इसलिए इंसान को अन्य लोगों का भला करना चाहिए और जहां तक हो दान देना चाहिए।
9. इंसान को संतुलित रहना है बेहद जरूरी
इंसान को संतुलित होना बेहद जरूरी है। यह अवस्था हर वक्त देखने में आती है। चाहे वो परिवार में एक पति और बेटा का रोल निभाने वाले व्यक्ति की हो या फिर देश का नेता चुनने के वक्त। ऐसे ही श्रीकृष्ण ने भी भगवत गीता में कहा है। संतुलन से ही इंसान प्रबल बनता है।
10. स्थिर पुरुष ही सफल पुरुष है
स्थिर पुरुष ही जिंदगी में सफलता हासिल करता है। श्रीकृष्ण का कहना है, अगर इंसान स्थिर यानी न्यूट्रल नहीं रहेगा, तो वह सफल नहीं हो सकता। यानी वो इंसान जो अपने गुस्से और धेर्य पर काबू न कर पाए, उसे सफलता नहीं मिलेगी। यह विचार आजकल उन लोगों के लिए जरूरी है, जो देश में नेताओं के कहने में आकर जातपात-धर्म के नाम पर एक दूसरे से लड़ते हैं।
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