ब्रिटिश साम्राज्य ने कभी नहीं सोचा होगा कि जिस देश को वह आजाद कर रहे हैं, वो एक दिन उनके देश को पीछे छोड़ता हुआ आगे निकल जाएगा। स्वतंत्र भारत की 75वीं सालगिरह पर हमारे देश यानी भारत की राजधानी दिल्ली ब्रिटेन की राजधानी लंदन से टेक्नोलॉजी के लिहाज से आगे होगी। ऐसा किस क्षेत्र में हो रहा है और क्या है पूरी कहानी। चलिए आपको बताते हैं।
दिल्ली मेट्रो बना देगी 2021 तक लंदन की ट्यूब से भी बड़ा नेटवर्क
जी हां, 75वीं सालगिरह तक दिल्ली उस वक्त गर्व महसूस करेगी, जब उसकी दिल्ली मेट्रो लंदन के मेट्रो नेटवर्क से काफी आगे निकल जाएगी। यह तब होगा, जब दिल्ली मेट्रो का निर्माण करने वाला दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन विभाग 2021 तक अपना चौथा फेज बनाकर तैयार कर चुका होगा।
2021 तक 434 किलोमीटर का होगा दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क
वर्तमान स्थिति की बात करें, तो दिल्ली मेट्रो विभाग अपने तीसरे फेज को पूरा करने में जुटा हुआ है। साथ ही, मेट्रो के चौथे फेज की तैयारी भी तेजी से चल रही है, जिसे पूरा करने की डेडलाइन साल 2021 है। चौथे फेज के बाद दिल्ली मेट्रो का जाल 434 किलोमीटर लंबा हो जाएगा। जबकि ब्रिटेन की राजधानी लंदन में ‘ट्यूब’ नाम से मशहूर मेट्रो कॉरीडोर का जाल 402 किलोमीटर ही होगा। इतना ही नहीं, 2021 तक मेट्रो से सफर करने वालों की तादाद भी लंदन मेट्रो के मुकाबले काफी ज्यादा होगी। 2021 में दिल्ली मेट्रो से 60 लाख लोग सफर करेंगे। फिलहाल 27 लाख लोग मेट्रो से रोजाना सफर करते हैं। अभी तक चाइना के दो मेट्रो नेटवर्क ऐसे हैं, जो किलोमीटर के लिहाज से सबसे आगे हैं। इनमें शंघाई मेट्रो 538 और बिजिंग मेट्रो 465 किलोमीटर लंबी है।
तीसरा सबसे बड़ा बन जाएगा दिल्ली का मेट्रो नेटवर्क
इसके अलावा, एक चौंकाने वाली बात यह भी है कि दिल्ली मेट्रो चौथे फेज के बाद विश्व भर में तीसरा ऐसा नेटवर्क होगा, जहां 300 से अधिक मेट्रो स्टेशन होंगे। तीसरे फेज के बाद दिल्ली में 241 मेट्रो स्टेशन होंगे, जबकि चौथे फेज के बाद 308 मेट्रो स्टेशन से लोग सफर करेंगे। इससे अधिक न्यूयॉर्क सिटी सबवे में 422 मेट्रो स्टेशन हैं, जबकि पेरिस सबवे में 301 मेट्रो स्टेशन हैं।
दिल्ली मेट्रो को हुए हैं 21 साल, जबकि लंदन को हो गए 150 साल
तीसरे फेज के बाद दिल्ली मेट्रो कुल मिलाकर 330 किलोमीटर लंबा मेट्रो जाल बिछाएगी। 2016 में करीबन 40 लाख लोग रोजाना मेट्रो से सफर करेंगे। गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो को 2021 में मात्र 19 साल पूरे होंगे, जबकि लंदन मेट्रो, जिसे 1863 में शुरू किया गया था, वह 2002 में ही 140 साल पूरे कर चुकी थी। ऐसे में दिल्ली मेट्रो इतने कम समय में लंदन मेट्रो से आगे होगी, वह अपने आप में काबिले तारीफ है।
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